'मिले आपको शुभ संदेश, धरकर खुशियों का वेश। पुराने साल को अलविदा हैं भाई आने वाले नव वर्ष की हार्दिक बधाई। '
हर बच्चा इस संदेश को लेकर आता है, कि भगवान अभी इंसान से, निराश नहीं हुआ है। Rabindranath Tagore
शहीदों के त्याग को हम, बदनाम नही होने देंगे, भारत की इस आजादी, की कभी शाम नही होने देंगे।
ना हिन्दू बन कर देखो, ना मुस्लिम बन कर देखों, बेटों की इस लड़ाई में, दुःख भरी भारत माँ को देखो |
वो ज़िन्दगी ही क्या, जिसमे देशभक्ति ना हो। और वो मौत ही क्या जो, तिरंगे में ना लिपटी हो।
जिस देश में पैदा हुए हो तुम, उस देश के अगर तुम भक्त नहीं नहीं पिया दूध माँ का तुमने और, बाप का तुम में रक्त नहीं, वन्देमातरम स्वतंत्रता दिवस मुबारक हो |
कुछ तो बात है मेरे देश, की मिट्टी में साहेब, सरहदें कूद के आते हैं, यहाँ दफ़न होने के लिए।
आर्मी तो है देश, की शान जिन्दादिली है, जिसकी पहचान।
उन आँखों की दो बूंदों, से सातों सागर हारे हैं, जब मेहँदी वाले हाथों, ने मंगल-सूत्र उतारे हैं |
मरने के बाद भी जिसके, नाम मे जान हैं, ऐसे जाबाज़ सैनिक हमारे, भारत की शान है।
वो तिरंगे वाले DP हो, तो लगा लेना भाई जी, सुना है कल देशभक्ति, दिखने वाली तारीख हैं।
आन देश की शान देश की, देश की हम संतान हैं, तीन रंगों से रंगा तिरंगा, अपनी ये पहचान है |
गुलाब गुलाब होता है, उसे रोज ना कहो, दोस्त दोस्त होता है, उसे दुश्मन ना कहो |
चला जा SMS गुलाब बन के, होगी सच्ची दोस्ती तो आएगा जवाब, अगर ना आये तो मत होना उदास, बस समझ लेना की मेरे लिए, वक्त नही था उनके पास |
पगली तू, गुलाब के फूल जैसी है, जिसे में, तोड़ भी नही सकता और, छोड़ भी नही सकता |
काटें तो आने ही थे, हमारे नसीब में, हमने यार भी तो गुलाब, जैसा चुना था |
गुलाब से पूछो कि, दर्द क्या होता है, देता है पैगाम मोहब्बत का, और खुद कांटो में रहता है |
बड़े ही चुपके से भेजा था, मेरे महबूब ने मुझे एक गुलाब, कम्बख्त उसकी खुशबू ने, सारे शहर में हंगामा कर दिया |
हर एक रंग खूबसूरत, होता है साहब, बस उसे देखने का, नज़रिया चाहिए |
'खुबिया इतनी तो नहीं किसी का दिल जीत सके लेकिन कुछ पल ऐसे छोड़ जायेगे भूलना भी आसान न होगा । '
बेखबर से रहते हो, खबर भी रखते हो, बात भी नहीं करते, और प्यार भी करते हो |
बस यू ही मेरे मुस्कराने की, तुम वजह बने रहना, जिंदगी में न सही, मगर मेरी जिंदगी बने रहना |
अगर तू समझता है, फिजूल मुझे, तो कर हिम्मत, और फिर भूल मुझे |
'भारत की फ़िज़ाओं को सदा याद रहूंगा, आज़ाद था , आज़ाद हूँ, आज़ाद रहूंगा, स्वतंत्रता दिवस मुबारक हो |